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सफलता की कहानी" महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने का सपना हो रहा साकार

 "सफलता की कहानी" महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने का सपना हो रहा साकार




 उज्जैन 28 अक्टूबर। जहां चाह, वहां राह की उक्ति को चरितार्थ करते हुए चिन्तामन जवासिया ग्राम के राधास्वामी स्व-सहायता समूह की महिलाओं ने दीदी कैफे के नाम से दुकान संचालित कर महिलाएं आत्मनिर्भर बन रही है और उनका सपना साकार हो रहा है। चिन्तामन जवासिया की साहसी महिलाओं की चाह उनको आगे बढ़ने से नहीं रोक पाई। उन्होंने गत वर्ष मप्र डे राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन के माध्यम से गत वर्ष राधास्वामी स्व-सहायता समूह का गठन किया गया। पहले महिलाएं गठित समूह की शक्ति को नहीं पहचानती थी। जब ग्राम में अपनी चहल कदमी की तो महिलाओं को समूह में जुड़ने के फायदे और शक्ति के बारे में मालूम पड़ा और महिलाओं को प्रशिक्षण देकर समूह से जोड़ा गया।


 समूह की महिलाओं ने अन्य महिलाओं को जोड़ने के लिये उन्हें बताया गया कि गरीबी से दूर होकर आगे बढ़ने एवं बचत कैसे की जाये, उक्त बातों का महत्व समझाया गया और प्रतिमाह बैंक में समूह के खाते में जमा करने का महत्व भी बताया गया। समूह में जुड़ने से पहले महिलाएं सिर्फ मजदूरी कर अपने परिवार का पालन-पोषण करती थी और उनकी मासिक आय लगभग तीन हजार रुपये थी, जिससे अपना जीवन यापन कर घर चलाती थी। आजीविका मिशन के अन्तर्गत विभाग के अधिकारियों से प्रेरणा मिली और कुछ महिलाओं को स्कूल गणवेश, सिलाई का प्रशिक्षण दिया गया। समूह के माध्यम से लगभग एक हजार छात्र-छात्राओं के नि:शुल्क गणवेश सिलकर समूह द्वारा स्कूलों में वितरण किया गया। इससे समूह को लगभग 40 हजार रुपये की शुद्ध आय अर्जित हुई। उक्त आय से उनके कार्य करने में और अधिक हौसला बढ़ा। समूह की महिलाओं ने 50 हजार रुपये लोन लेकर अपने आपको आत्मनिर्भर बनाने का निर्णय लिया। जनपद पंचायत उज्जैन में इसी वर्ष 27 अक्टूबर को दीदी कैफे का शुभारम्भ हुआ। दीदी कैफे में चाय, नाश्ता और अन्य कार्यक्रमों जैसे जन्म दिवस आदि के ऑर्डर प्राप्त होने पर दीदी कैफे द्वारा सामग्री प्रदाय की जायेगी। इससे स्व-सहायता समूह के आय में और अधिक वृद्धि होगी।


क्रमांक 3329       उज्जैनिया/जोशी

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