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नशाखोरी लत नहीं वरन एक बीमारी है, जिसका निवारण किया जा सकता है, जिला विधिक सहायता अधिकारी, चन्द्रेश मण्डलोई

 नशाखोरी लत नहीं वरन एक बीमारी है, जिसका निवारण किया जा सकता है, जिला विधिक सहायता अधिकारी, चन्द्रेश मण्डलोई



उज्जैन 23 अप्रैल। राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण नई दिल्ली के निर्देशानुसार 18 से 24 अप्रैल तक की अवधि में विशेष नशामुक्ति सप्ताह का आयोजन जिला उज्जैन में किया जा रहा है। इसी तारतम्य में प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश एवं अध्यक्ष जिला विधिक सेवा प्राधिकरण श्री आर. के. वाणी तथा जिला न्यायाधीश एवं प्राधिकरण के सचिव श्री अरविंद कुमार जैन के कुशल निर्देशन में शनिवार को कौशल विकास केंद्र (CARD) इंदौर रोड, उज्जैन में नशा उन्मूलन के संबंध में यूनिसेफ एवं एल्कोहॉलिक एनॉनिमस आशा ग्रुप संस्था उज्जैन के समन्वय से विधिक साक्षरता / जागरुकता शिविर का आयोजन किया गया।


उक्त कार्यक्रम में उपस्थित प्रशिक्षणार्थियों को जिला विधिक सहायता अधिकारी चन्द्रेश मण्डलोई द्वारा नालसा (नशा पीड़ितों को विधिक सेवाएं एवं नशा उन्मूलन के लिये विधिक सेवाएं) योजना 2015 के संबंध में जानकारी प्रदान करते हुए कहा कि नशाखोरी लत नहीं वरन एक बीमारी है, जिसका निवारण किया जा सकता है। विश्व स्वास्थ्य संगठन ने नशे की आदत को बीमारी का दर्जा दिया है। उन्होंने प्रेरक प्रसंग के माध्यम से प्रशिक्षणार्थियों को जागरुकता का संदेश दिया कि व्यसन को इंसान ने नहीं बल्कि इंसान ने व्यसन को पकड़ा है। यदि व्यक्ति स्वयं पर दृढ विश्वास रखे तो वह हमेशा के लिए नशे को अलविदा कह सकता है। उन्होंने कहा कि व्यक्ति कितना ही धनवान क्यों न हो किंतु यदि उसने नशे को अपना रखा है तो वह समाज में अवश्य ही अपनी हैसियत खत्म कर लेगा। इसके अतिरिक्त उन्होंने विधिक सेवा प्राधिकरण के बारे में जानकारी देते हुए कहा कि विधिक सेवा संस्था शासन एवं प्रशासन के समस्त विभागों की जनकल्याणकारी योजनाओं को जन-जन तक पहुंचाने का काम करता है। निःशुल्क विधिक सहायता एवं सलाह योजना, नालसा हेल्पलाईन नंबर 15100, मीडिएशन, लोक अदालत, म०प्र० अपराध पीडित प्रतिकर योजना 2015, एसिड अटैक, नालसा एवं सालसा की समस्त जनकल्याणकारी योजनाओं इत्यादि की जानकारी से अवगत कराया।"


एल्कोहॉलिक एनॉनिमस के आशा ग्रुप के सदस्य श्री प्रदीप शर्मा एवं श्री अभिनीत साहू द्वारा उपस्थित बच्चों को कहा कि यदि आपके परिवार में या आसपास कोई भी व्यक्ति नशे की लत से ग्रसित है तो वह संस्था के माध्यम से परामर्श लेकर नशा उन्मूलन हेतु लाभ प्राप्त कर सकता है। यूनिसेफ के जिला समन्वयक श्री रितेश श्रोत्रिय द्वारा नशा उन्मूलन के लिए चलाये जा रहे अभियान के बारे में विस्तार से जानकारी दी और कहा कि नशाखोरी की लत से बचने का एकमात्र उपाय है, नशाखोरी से दूर रहना । इस अवसर पर सेंटर के प्रभारी अधिकारी श्री यश कानूनगो, मैनेजर सुश्री बेनजीर कुरैशी, काउंसलर डॉ. विवेक शर्मा, श्री सुनील चौहान, अधिवक्ता श्री मुनिराज शर्मा, पैरालीगल वॉलेंटियर सुश्री दीपमाला सिसोदिया, जिला समन्वयक श्री रितेश श्रोत्रिय, एल्कोहॉलिक एनॉनिमस आशा ग्रुप के सदस्य श्री अभिनीत साहू श्री प्रदीप शर्मा, श्री अतुल जोशी तथा छात्र-छात्राएं उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन सुश्री दीपमाला सिसोदिया ने किया एवं आभार श्री यश कानूनगो ने व्यक्त किया।


क्रमांक 1121               अनिकेत/जोशी

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