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उच्च शिक्षा मंत्री डॉ.यादव के मुख्य आतिथ्य में 66वी राज्य स्तरीय शालेय क्रीड़ा प्रतियोगिता का समापन हुआ

 उच्च शिक्षा मंत्री डॉ.यादव के मुख्य आतिथ्य में 66वी राज्य स्तरीय शालेय क्रीड़ा प्रतियोगिता का समापन हुआ









उज्जैन 11 दिसम्बर। प्रदेश के उच्च शिक्षा मंत्री डॉ.मोहन यादव के मुख्य आतिथ्य में चार दिवसीय 66वी राज्य स्तरीय शालेय क्रीड़ा प्रतियोगिता जिमनास्टिक/मल्लखंब का समापन कार्यक्रम  रविवार को शासकीय श्रीकृष्ण सरल उमावि महाराजवाड़ा क्रमांक-2 चारधाम मन्दिर के पास आयोजित हुआ। कार्यक्रम में बतौर विशिष्ट अतिथि के रूप में जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती कमला कुंवर देवड़ा, मप्र फार्मेसी काउंसिल के अध्यक्ष श्री ओम जैन और नगर निगम सभापति श्रीमती कलावती यादव उपस्थित थे।


कार्यक्रम में स्वागत भाषण और प्रतियोगिता का प्रतिवेदन जिला शिक्षा अधिकारी श्री आनन्द शर्मा ने प्रस्तुत किया। उन्होंने बताया कि चार दिवसीय आयोजित प्रतियोगिता में प्रदेश के विभिन्न संभागों से आये तीन आयुवर्ग के बालक-बालिका सम्मिलित हुए। इसमें 14 वर्ष, 17 वर्ष और 19 वर्ष के 252 बालक तथा 217 बालिकाओं ने सहभागिता की। उक्त प्रतियोगिता में आदिवासी विकास विभाग और भोपाल, नर्मदापुरम, ग्वालियर, जबलपुर, रीवा, सागर, इन्दौर और उज्जैन संभाग के बालक-बालिका ने हिस्सा लिया।


मंत्री डॉ.यादव ने इस अवसर पर सभी बच्चों को बधाई दी और उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की। मंत्री डॉ.यादव ने कहा कि खेल हमें अनुशासन, धैर्य, स्वस्थ प्रतियोगिता, टीमवर्क, खेल भावना और समयबद्धता सिखाते हैं। चार दिवसीय प्रतियोगिता के आयोजन के दौरान सभी खिलाड़ी खेल भावना से खेले और इनमें से कुछ विजेता बने हैं। बाकी के खिलाड़ी निराश न हों और निरन्तर अपने खेल का अभ्यास करते रहें।


श्री ओम जैन ने इस अवसर पर कहा कि जिमनास्टिक और मल्लखंब भारत के प्राचीन खेल हैं। इस प्रतियोगिता में आये बच्चों ने अपने आपको उक्त दोनों खेलों में निपुण किया है तथा भारतीय संस्कृति को अंगीकृत किया है। मल्लखंब भारतीय संस्कृति से ओतप्रोत खेल है। मल्लखंब से खिलाड़ी अपने शरीर को इस प्रकार ढाल लेते हैं कि उन्हें भविष्य में तंत्र-तंत्रिकाओं से सम्बन्धित कोई परेशानियां नहीं होती है तथा वे पूरे जीवन स्वस्थ रहते हैं। हमारे प्राचीन खेल हमें बहुत कुछ सिखाते हैं और जीवन का सन्देश देते हैं।


श्रीमती कलावती यादव ने कहा कि विद्यार्थी जीवन में खेल, प्रतियोगिता का बहुत महत्व होता है तथा इनसे जीवन बहुत प्रभावित होता है। प्रतियोगिता में खिलाड़ियों ने जो परिश्रम किया तथा खेल भावना के साथ अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन किया, वह प्रशंसनीय है। सभी खिलाड़ियों को उन्होंने अपनी ओर से शुभकामनाएं दी।


कार्यक्रम में सुश्री वैदेही पण्ड्या द्वारा सरस्वती वन्दना की गई। इसके पश्चात शासकीय नूतन उमावि इंदिरा नगर की छात्राओं द्वारा सामूहिक लोकनृत्य प्रस्तुत किया गया। सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुति के बाद पुरस्कार वितरण समारोह आयोजित किया गया।


जिमनास्टिक बालक 14 वर्ष आयुवर्ग में विजेता उज्जैन संभाग और उपविजेता इन्दौर संभाग रहा। जिमनास्टिक बालक 17 वर्ष आयुवर्ग में विजेता इन्दौर संभाग और उपविजेता उज्जैन संभाग रहा। जिमनास्टिक बालक 19 वर्ष आयुवर्ग में विजेता उज्जैन संभाग और उपविजेता भोपाल संभाग रहा। जिमनास्टिक बालिका 14 वर्ष आयुवर्ग में विजेता इन्दौर संभाग और उपविजेता भोपाल संभाग, जिमनास्टिक बालिका 17 वर्ष आयुवर्ग में विजेता उज्जैन संभाग और उपविजेता भोपाल संभाग, जिमनास्टिक बालिका 19 वर्ष आयुवर्ग में विजेता भोपाल संभाग और उपविजेता उज्जैन संभाग, रिदमिक जिमनास्टिक 14 वर्ष में विजेता भोपाल संभाग और उपविजेता इन्दौर संभाग, रिदमिक जिमनास्टिक 17 वर्ष में विजेता भोपाल संभाग और उपविजेता उज्जैन संभाग, रिदमिक जिमनास्टिक 19 वर्ष में विजेता आदिवासी विकास विभाग और एक्रोबैटिक जिमनास्टिक में विजेता भोपाल संभाग और उपविजेता आदिवासी विकास विभाग रहा। ओवरऑल चेम्पियनशिप जिमनास्टिक का विजेता उज्जैन संभाग रहा।


पुरस्कार वितरण के पश्चात विभिन्न संभागों की टीम के जनरल मैनेजर को स्मृति चिन्ह भेंट किये गये। समारोह के समापन की घोषणा श्री ओम जैन ने की। कार्यक्रम का संचालन डॉ.संदीप नाडकर्णी ने किया और आभार प्रदर्शन श्री अरविंद जोशी ने किया।


क्रमांक 3218        अनिकेत/जोशी

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