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मध्यस्थता के माध्यम से प्रकरणों का निराकरण होने पर दोनों पक्षों की जीत होती है" -जिला न्यायाधीश, अरविंद कुमार जैन

 "मध्यस्थता के माध्यम से प्रकरणों का निराकरण होने पर दोनों पक्षों की जीत होती है" -जिला न्यायाधीश, अरविंद कुमार जैन




उज्जैन 15 अक्टूबर। मप्र राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण जबलपुर तथा प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश/अध्यक्ष जिला विधिक सेवा प्राधिकरण श्री आर के वाणी के निर्देशन में एडीआर सेंटर भवन के कॉन्फ्रेंस हॉल में जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के सचिव एवं जिला न्यायाधीश श्री अरविंद कुमार जैन के द्वारा मीडिएशन जागरुकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम के दौरान न्यायाधीश श्री जैन ने उपस्थित पक्षकारों को मध्यस्थता का महत्व समझाते हुए कहा कि मीडिएशन में दोनों पक्षों की जीत होती है इसमें कोई भी पक्ष नहीं हारता है। कार्यक्रम में उपस्थित मीडिएटर्स को धन्यवाद ज्ञापित करते हुए कहा कि मीडिएटर्स के सहयोग से सामाजिक सौहार्द्र बनाये रखने हेतु प्रकरणों को निपटाने का भरसक प्रयास किया जाता है, जिसमें पक्षकारों का सहयोग अत्यावश्यक है।


प्रधान न्यायाधीश कुटुंब न्यायालय उज्जैन श्री विवेक कुमार गुप्ता ने अपने उद्बोधन में कहा कि न्यायालयों में मध्यस्थता की कार्यवाही दिन-प्रतिदिन होती है, जिसमें अनेक पारिवारिक प्रकरणों का निराकरण मीडिएशन कार्यवाही के माध्यम से किया जा रहा है।


सेवानिवृत्त जिला न्यायाधीश एवं मीडिएटर श्री डी.एस. मालवीय द्वारा उपस्थित पक्षकारों को कहा गया मीडिएशन की कार्यवाही से दोनों पक्षों का समय एवं पैसा बचता है एवं आपसी सामंजस्य भी स्थापित होता है। इसलिए पक्षकारों को मीडिएशन, लोक अदालत, आर्बिट्रेशन एवं कसीलिएशन जैसी कल्याणकारी योजनाओं का भरपूर लाभ उठाना चाहिए।


इसी प्रकार सेवानिवृत्त जिला न्यायाधीश एवं मीडिएटर श्री जगदीशचंद्र सुनहरे द्वारा मीडिएशन को Out door treatment का नाम दिया गया एवं उपस्थित पक्षकारों से कहा कि मीडिएशन सेंटर में पक्षकारों की समस्या सुनने के पश्चात उनके ही प्रकरण में उनको जज बनाकर प्रकरण का फैसला करवाया जाता है। मीडिएशन कार्यवाही में यदि दोनों पक्षों के मध्य समझौता हो जाता है तो मीडिएशन कार्यवाही सफल हो जाती है। उसमें दोनों पक्षकारों की जीत होती है। मीडिएशन के सफल होने के पश्चात प्रकरण की अपील किसी भी न्यायालय में नहीं की जा सकती।


मध्यस्थ श्रीमती उषा पंवार द्वारा संचालित सामुदायिक मध्यस्थता केंद्र इंद्रानगर उज्जैन में होने वाली गतिविधियों के बारे में प्रकाश डालते हुए कहा कि मध्यस्थता केंद्र के माध्यम से राजपूत समाज के व्यक्तियों के मध्य चले रहे वाद-विवादों को आपसी समझाईश के माध्यम से निपटाने का कार्य किया जा रहा हैं, जिसके फलस्वरूप समाज में सदभाव, मैत्री संबंधों में मधुरता एवं भाईचारा स्थापित हो रहा है।


उक्त बैठक में प्रधान न्यायाधीश कुटुंब न्यायालय उज्जैन श्री विवेक कुमार गुप्ता, श्री सेवानिवृत्त जिला न्यायाधीश एवं मीडिएटर श्री डी.एस. मालवीय, मीडिएटर श्री जगदीशचंद्र सुनहरे, जिला विधिक सहायता अधिकारी श्री चन्द्रेश मण्डलोई मीडिएटर अधिवक्ता श्री प्रेमनारायण जोशी, सामुदायिक मध्यस्थता केंद्र की मध्यस्थ श्रीमती उषा पंवार, अन्य अधिवक्तागण तथा पक्षकारगण उपस्थित रहे।


क्रमांक 2786        अनिकेत/जोशी

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