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आगे बढ़ने के लिये शिक्षा आवश्यक, जिनके सपनों में जान, उनको अवश्य मंजिल मिलेगी

 आगे बढ़ने के लिये शिक्षा आवश्यक, जिनके सपनों में जान, उनको अवश्य मंजिल मिलेगी



उज्जैन 09 सितम्बर। महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ योजना अन्तर्गत 8 सितम्बर को उज्जैन के रणजीत हनुमान क्षेत्र के आंगनवाड़ी केन्द्र पर किशोरी बालिकाओं एवं महिलाओं के लिये जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जागरूकता कार्यक्रम में प्रदेश की बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ की ब्राण्ड एम्बेसेडर सुश्री मेघा परमार ने उपस्थित बेटियों और महिलाओं को सम्बोधित करते हुए कहा कि बेटियों को आगे बढ़ने के लिये शिक्षा अतिआवश्यक है और जिनके सपनों में जान होती है, उन्हें मंजिल अवश्य मिलती है। उन्होंने कहा कि मैंने स्वयं माउंट एवरेस्ट पर पहुंचकर देश का नाम गौरवान्वित किया है। सुश्री मेघा परमार ने उपस्थित महिला एवं बालिकाओं से कहा कि वे स्वयं सशक्त बनें और आगे बढ़ने के लिये शिक्षित होना जरूरी है। किसी में कोई हुनर है तो भी वह आगे बढ़ सकता है। स्वयं के हुनर की पहचान कर हम आगे बढ़ें और अपने पैरों पर खड़े होकर सशक्त बनना चाहिये।


महिला एवं बाल विकास विभाग के जिला कार्यक्रम अधिकारी ने यह जानकारी देते हुए बताया कि कार्यक्रम में ब्राण्ड एम्बेसेडर सुश्री मेघा परमार ने महिलाओं, बालिकाओं को सम्बोधित करते हुए कहा कि बालक-बालिका में भेद न करें। उन्होंने अपने स्वयं का उदाहरण देते हुए कहा कि माता-पिता ही बालक-बालिका में भेद करते तो आज वे भी कहीं शादी करके घर संभाल रही होती। बालिकाओं में कुछ कर गुजरने का जज्बा होता है, बस उन्हें अपने माता-पिता व परिवार का साथ चाहिये होता है। माता-पिता चाहते हैं कि अपने बच्चों को गुणवत्तापूर्ण जीवन दे तो बच्चे दो ही अच्छे, भले ही दो लड़कियां ही क्यों न हो। आज के दौर में बालिकाओं को समान अधिकार दे रहे हैं। तो वे भी हर कदम पर माता-पिता का सहारा बन रही है। उन्होंने महिलाओं, बालिकाओं से कहा कि वे अपने स्वास्थ्य के प्रति जागरूक रहें। कार्यक्रम में विधि सह परिवीक्षा अधिकारी प्रियंका त्रिपाठी, सामाजिक कार्यकर्ता श्री गौरव मित्तल, सुश्री रूपाली झाग्रे, पर्यवेक्षक श्रीमती वन्दना गुप्ता, ललिता पुरोहित, श्रीमती जमुना आदि उपस्थित थे। कार्यक्रम पश्चात सुश्री मेघा परमार ने कलेक्टर श्री आशीष सिंह से भी भेंट की।


क्रमांक 2466       उज्जैनिया/जोशी

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