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राष्ट्रीय कालिदास चित्र एवं मूर्तिकला प्रदर्शनी के पुरस्कार घोषित

 राष्ट्रीय कालिदास चित्र एवं मूर्तिकला प्रदर्शनी के पुरस्कार घोषित







उज्जैन 30 अक्टूबर। अखिल भारतीय कालिदास समारोह के अवसर पर आयोजित राष्ट्रीय कालिदास चित्र एवं मूर्तिकला प्रदर्शनी (प्रतियोगिता)-2022 के पुरस्कारों की घोषणा की गई है। संचालक संस्कृति एवं अकादमी के निदेशक अदितिकुमार त्रिपाठी ने यह जानकारी देते हुए बताया कि वर्ष 2022 की प्रदर्शनी के लिए महाकवि कालिदास विरचित विक्रमोर्वशीयम् पर केन्द्रित पारम्परिक शैली की कलाकृतियाँ आमंत्रित की गई थीं। प्रदर्शनी में 14 राज्यों मध्य प्रदेश, केरल, उड़ीसा, आंध्र प्रदेश, पश्चिम बंगाल, गुजरात, महाराष्ट्र, उत्तर प्रदेश, दिल्ली, बिहार, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, कर्नाटक एवं राजस्थान के प्रतिभागियों से 191 प्रवेश-प्रपत्रों के माध्यम से कुल 203 चित्र एवं 24 मूर्तियाँ प्राप्त हुईं। प्राप्त कलाकृतियों में से निर्णायक मण्डल द्वारा 85 चित्र एवं 12 मूर्तियों का चयन प्रदर्शनी के लिए किया गया।


वर्ष 2022 के चित्रकला पुरस्कार हेतु सुश्री सन्तोषी श्याम भोपाल (मध्यप्रदेश) की कृति उर्वशी-पुरूरवा, श्री आशीषचन्द्र स्वेन, चन्दनपुर (ओडीशा) की कृति विक्रमोर्वशीयम्, श्री जीजूलाल वी.एम., कोजीखोड़े (केरल) की कृति संगमणि, श्री खुशनारायण पाखरोट जयपुर (राजस्थान) की कृति प्रेमानुराग का चयन किया गया। मूर्तिकला के लिए पुरस्कार श्री राधाकिशन वाडिया उज्जैन (मध्यप्रदेश) की कृति उदास राजा को प्राप्त हुआ।


अखिल भारतीय कालिदास समारोह के समापन अवसर पर अतिथियों द्वारा प्रत्येक पुरस्कृत कलाकरों को रुपये एक लाख का पुरस्कार, प्रमाण-पत्र एवं प्रतीक चिह्न प्रदान कर सम्मानित किया जायेगा। राष्ट्रीय कालिदास चित्र एवं मूर्तिकला प्रदर्शनी (प्रतियोगिता) का अवलोकन 4 से 10 नवम्बर तक अकादमी की अभिज्ञानशाकुंतलम् एवं रघुवंशम् कलावीथिका में किया जा सकता है। साथ ही उक्त प्रदर्शनी ऑनलाईन भी प्रदर्शित की जाएगी। पुरस्कृत कलाकृतियों के चित्र एवं चयनित कलाकृतियों के कलाकारों की सूची अकादमी की बेवसाइट पर अवलोकनार्थ उपलब्ध है। आगामी वर्ष 2023 में आयोज्यमान राष्ट्रीय कालिदास चित्र एवं मूर्तिकला प्रदर्शनी (प्रतियोगिता) का विषय कुमारसम्भवम् निर्धारित किया गया है।


क्रमांक 2868       उज्जैनिया/जोशी

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