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उच्च शिक्षा मंत्री डॉ.यादव के मुख्य आतिथ्य में वैदिक घड़ी के निर्माण का भूमि पूजन सम्पन्न

 उच्च शिक्षा मंत्री डॉ.यादव के मुख्य आतिथ्य में वैदिक घड़ी के निर्माण का भूमि पूजन सम्पन्न







 उज्जैन 06 नवम्बर। रविवार को शासकीय जीवाजी वेधशाला के समीप गऊघाट चौराहे पर मध्य प्रदेश शासन के उच्च शिक्षा मंत्री डॉ.मोहन यादव के मुख्य आतिथ्य में 1.58 करोड़ रुपये की लागत से बनने वाले वैदिक घड़ी के टॉवर का भूमि पूजन किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता महापौर श्री मुकेश टटवाल ने की। इस दौरान नगर निगम आयुक्त श्री रोशन कुमार सिंह, श्री विवेक जोशी, विक्रमादित्य शोधपीठ के निदेशक डॉ.श्रीराम तिवारी, स्थानीय पार्षद श्रीमती भारती विजय चौधरी, श्रीमती दुर्गा शक्तिसिंह चौधरी, वेधशाला के अधीक्षक श्री राजेन्द्र प्रसाद गुप्त एवं अन्य जनप्रतिनिधि तथा नागरिक मौजूद थे।


उच्च शिक्षा मंत्री डॉ.मोहन यादव ने इस अवसर पर कहा कि प्राचीन भारत में कालगणना अत्यन्‍त शुद्ध पद्धति से की जाती थी। उज्‍जैन में समय-समय पर कई खगोलशास्त्र के विद्वान हुए, जो समय, घटी, नक्षत्रों और तिथियों की एकदम सटिक गणना किया करते थे। शासकीय जीवाजी वेधशाला में वर्तमान में जो यंत्र लगे हैं, उनसे सूर्य की पल पल की स्थिति, समय और सूर्योदय तथा सूर्यास्त के समय की बिलकुल सटिक जानकारी प्राप्त होती है। यहां निर्मित की जाने वाली वैदिक घड़ी को एप्लिकेशन के माध्यम से मोबाइल, एलईडी, स्मार्ट टीवी, टैब, डिजिटल घड़ी आदि पर अवश्य देखा, दिखाया जा सकेगा। वैदिक घड़ी के बैकग्राउंड ग्राफिक्स में सभी ज्योतिर्लिंग, नवग्रह, राशि चक्र, सूर्योदय, सूर्यास्त आदि रहेगा।


 उच्च शिक्षा मंत्री ने कहा कि आने वाले समय में घड़ी के टॉवर के ऊपर टेलीस्कोप भी लगवाया जायेगा, जिससे रात्रि में आकाश में होने वाली खगोलीय घटनाओं का नजारा लोग देख सकेंगे। उज्जैन धार्मिक नगरी तो है ही लेकिन यहां शिक्षा और विज्ञान के क्षेत्र में भी विकास के कार्य निरन्तर किये जा रहे हैं। धार्मिक केन्द्र के साथ-साथ उज्जैन ज्ञान-विज्ञान का केन्द्र भी बनेगा।


 कार्यक्रम में स्वागत भाषण पार्षद श्रीमती भारती विजय चौधरी ने दिया। श्री विवेक जोशी ने इस अवसर पर कहा कि आज हम सभी एक अदभुत और अद्वितीय कार्यक्रम के साक्षी बनने जा रहे हैं। उच्च शिक्षा मंत्री के विशेष प्रयासों से यहां पूरे विश्व में पहली वैदिक पद्धति पर काम करने वाली घड़ी का निर्माण किया जायेगा। सभी शहरवासियों को बहुत बड़ी सौगात मिलने जा रही है। भारत का प्राचीन खगोल विज्ञान बहुत उन्नत था। नई पीढ़ी को हमें इसके बारे में अधिक से अधिक बताना चाहिये। शहरवासी यहां समय निकाल कर अपने बच्चों को लेकर अवश्य आयें।


 डॉ.श्रीराम तिवारी ने वैदिक घड़ी के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि यह घड़ी वैदिक काल गणना के सिद्धांतों के आधार पर स्थिर होगी। प्रतिदिन सूर्योदय में होने वाले परिवर्तन तथा देश और दुनिया में अलग अलग स्थानों पर अलग अलग समय पर होने वाला सूर्योदय भी सिंक्रोनाइज होगा। वैदिक घड़ी की एप्लिकेशन में विक्रम पंचांग भी समाहित रहेगा,जो प्रतिदिन सूर्योदय से लेकर सूर्यास्त, विक्रम संवत मास, ग्रह स्थिति, योग, भद्रा स्थिति, चंद्र स्थिति, पर्व, शुभाशुभ मुहूर्त, नक्षत्र, जयंती, व्रत, त्योहार, चोघड़िया, सूर्यग्रहण, चंद्रग्रहण, प्रमुख अवकाश, आकाशस्य ग्रह, नक्षत्र, धूमकेतु आदि ज्योति:स्वरूप पदार्थो का स्वरूप, संचार, परिभ्रमण, कालग्रहण आदि घटनाओं का निरूपण, तिथि वार, नक्षत्र, योग, करण, आदि की विस्तृत जानकारी अनिवार्य रूप से उपलब्ध करायेगी। 


 महापौर श्री मुकेश टटवाल ने इस अवसर पर कहा कि आज का कार्यक्रम हम सभी के लिये अविस्मरणीय है। वैदिक घड़ी जिस प्रकार से कार्य करेगी, वह हम सबकी कल्पना से परे होगा। इसके निर्माण के बाद इसे देखना अदभुत और अविस्मरणीय रहेगा।


 उच्च शिक्षा मंत्री और अन्य अतिथियों द्वारा वेधशाला में लगे यंत्रों का अवलोकन भी किया गया। मंत्री डॉ.यादव ने वहां लगे यंत्रों से कालगणना के बारे में पता लगाने की विधि के बारे में सभी को विस्तार से बताया। कार्यक्रम में आभार प्रदर्शन नगर पालिक निगम आयुक्त श्री राजेशन कुमार सिंह ने किया।


क्रमांक 2939        अनिकेत/जोशी

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